



विशाल वासन्दे की रिपोर्ट
*अस्मत वेलफेयर सोसायटी ने “अपना घर” वृद्धा आश्रम का शुभारंभ पूज्य गांधी जयंती व पू. शास्त्री जयंती के पावन अवसर पर सनावद की रेवा पार्क कालोनी में किया*
बड़वाह-“अपना घर” जन सेवा संस्था अस्मत वेल फेयर सोसायटी का भव्य उत्साहित कार्यक्रम रखा. सर्वप्रथम संविधान शिल्पी डा.अम्बेडकर व तथागत बुद्ध के छाया चित्रो पर मुख्य अतिथि जन साहस संस्था मा. इरफान व विशेष अतिथि एडिशनल कमिश्नर मा. खेमराज झारिया व सुश्री कविता सनोने. मा.मुस्ताक मलिक जी. मा.मुन्ना भाई गुजर पार्षद. व सुश्री काजल सावनेर वकील खंडंवा. व श्रीमती सजन पंचोली. व के.सी.मोये. रंजना करोले. मा.अंकिता सालवे. माल्यार्पण कर कार्यक्रम शुभारंभ किया.
समस्त अतिथियों का अ.वे.फे.सो. के पदाधिकारियों ने पुष्प हारो से आत्मीयवत अभिवादन किया. व दर्शक दिर्घा के गणमान्यजनो पर पुष्प वर्षा की. संस्था के अध्यक्ष-कमल भालसे ने स्वागत सम्बोधन मे रूपरेखा पर विस्तारित सारगर्भित जानकारी प्रस्तुत की. दो बेसहारा वृद्ध दादीयो का प्रवेश भी ससम्मान किया गया. कहा कि शिक्षा से शीर्ष व विद्वता का स्थान प्राप्त होता है. व सम्पूर्ण मानवता प्रदान करती है. अतिथि द्वय के वक्तव्य मे श्री झारीया ने कहा कि यह अवस्था एक दिन सभी की होना है और सेवा की अंतिम आवश्यकता इसी पड़ाव मे होती है. मलिक जी ने कहा वृद्ध जनो की सेवा बच्चों की तरह होती है ईश्वर को खोज इनकी सेवा मे ही पूर्ण होती है. इरफान जी ने सम्बोधन मे प्रेरणा दी कि सद्कर्मों से बड़ी कोई सेवा नही.परोपकार.व मानवता का शीर्ष उदाहरण वृद्ध सेवा ही है. तथा जीवन के अंतिम समापन मुक्ति पड़ाव पर सेवा करना सबसे बड़ा धर्म है. माता रमाबाई महिला संगठन खंडवा जिलाध्यक्ष – प्रखर वक्ता मा.सुश्री काजल सावनेर वकील ने कहा शिक्षा नही तो हम मानव नही. शिक्षा ही नवजीवन का निर्माण करती है. मातृशक्ति का सम्मान व बराबरी का दर्जा मिलना चाहिए. निरंतर बेटीयो शिक्षा अध्ययन कराना चाहिए. बेटीयाँ दो परिवारों को संस्कारवान बनाती है. शिक्षा के अभाव से अपराधो मे बढ़ोतरी होती है. शिक्षा हमे सम्मानीय बनाती है. एवं सुश्री सावनेर ने श्री रावल को असीम सेवा भावी होने पर अपनी ओर से उपहार भेट किया. अतिथि मा.कविता सोनाने ने जन साहस के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य पर कहा व जीवन मे सही मार्ग शिक्षा ही देती है. महिलाओं को शारिरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ होना आवश्यक है. मा.रोशनी बकोरिया ने भी उदगारो मे कहा कि जीवन का उत्थान शिक्षा मे ही निहित है. व सेवा ही परमो धर्म है. उपाध्यक्ष- जितेंद्र खांडे ने भी प्रेरणीय संबोधन मे कहा शिक्षा मानवीयता का आधार है. महिलाओं का सम्मान सर्वोपरि होता है. संस्था के मार्ग दर्शक- व कोषाध्यक्ष – विजय कनाड़े अस्मत सामाजिक संस्था ने वक्तव्य मे कहा बिना शिक्षा के पशुता का आभास होता है. शिक्षा सेवा परम पूजा होकर पूण्य परोपकार है. अम्बेडकर महिला संगठन की सनावद बड़वाह तह. अध्यक्ष- बौद्धिक विचारक मा. श्रीमती अंकिता सालवे ने भी ओजस्वी सम्बोधन दिया कि बेटी है तो सृष्टि है. हमारी संस्कृति मे नारीयो को देवी स्वरूपा माना है व मातृशक्ति के बिना सृष्टि निर्माण संभव भी नही है. इसलिए नारीयो का तथा वृद्ध जनो का हमे सदैव सम्मान करना होगा..कार्यक्रम मे दान दाता अतिथिगण मा. श्री मलिक ने पांच हजार रू का नगद सहयोग दिया है. व मा. श्री झरीया ने दो हजार पांच सौ रु का नगद सहयोग दिया है. एवं महिला संगठन जिला अध्यक्ष खंडंवा वकील सुश्री काजल सावनेर ने भी पांच सौ एक रु का नगद सहयोग किया है. अजाक्स परिवार बड़वाह के पी.आर.रावल ने अतिथियों को डा.अम्बेडकर के छाया चित्र भेट किये. डा.चौधरी दंत चिकित्सक व डा.गोयल नेत्ररोग विशेषज्ञ ने सम्बोधन मे कहा शिक्षा दान सर्वौपरि व सर्वश्रेष्ठ दान होता है यह बांटने पर बढ़ता है. शिक्षा से शिखर का निर्माण होता है. व संकल्प लिया की हम अनवरत वृद्ध जनो की सेवा मे तत्पर रहेगे. हमे नेत्रदान. रक्तदान. व अंग दान को भी प्रोत्साहित करना चाहिए. कार्यक्रम मे विशेष सहयोगी जितेंद्र खांडे. रविंद्र खांडेकर. गोविंद हिरवे.व एन.कोचले पधारे. समारोह का संचालन वरिष्ठ समाज सेवी-पुष्पेन्द्र रावल ने किया व आत्मीय आभार -भंतेश्री आर . पंचोली ने व्यक्त किया.