आदिवासी क्रांतिकारियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के वंशजों का सम्मान। बैतूल

 

बैतूल ÷ रवि खन्ना

क्रांतिकारी टंट्या भील की चौथी,पांचवी व छठवीं पीढी़ के वंशज भी हुए कार्यक्रम में शामिल

 

पीली क्रांति के जनक दादा हीरासिंह मरकामजी की जयंतीपर जनशक्ति आदिवासी युवा संगठन (JAYS),म.प्र. के द्वारा 18 जनवरी 2023 को आदिवासी मंगल सामुदायिक भवन बैतूल में ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में जिले के आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं क्रांतिकारियों के वंशजों का एक गरिमामय कार्यक्रम में सम्मान किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि क्रांतिकारी टंट्या भील के चौथी पीढ़ी के वंशज एवं राष्ट्रीय संरक्षक जनशक्ति आदिवासी युवा‌ संगठन माननीय रूपचंदजी सिरसाठे,पांचवी पीढ़ी वंशज दरियावजी सिरसाठे, वासुदेवजी सिरसाठे एवं छठवीं पीढ़ी वंशज व राष्ट्रीय सचिव जनशक्ति आदिवासी युवा‌ संगठन सुनीलजी सिरसाठे उपस्थित रहें ।

इनका हुआ सम्मान

जनशक्ति आदिवासी युवा संगठन के जिलाध्यक्ष बैतुल कुलदीप उईके ने बताया आदिवासी क्रांतिकारियों के वंशजों में  ,सरदार विष्णु सिंह गोंड के वंशज विद्या बाई उइके, सुंदाबाई उइके संजना उइके ग्राम महेन्द्रवाडी ,सरदार गंजन सिंह कोरकू के वंशज सुक्कल सेलुकर,ननकु धुर्वे के वंशज श्रीमती भूरिया बाई धुर्वे ,मानसिंह उइके के वंशज कमलेश उइके महेंदवाडी,चुन्नी बेठे के वंशज भग्गूलाल चोंडे,भिकाजी वरकड़े के वंशज सुरेंद्र वरकड़े,मुन्नीलाला मर्सकोले के वंशज छतन मर्सकोले,क्रांतिकारी मकड़न मर्सकोले के वंशज सोमजी मर्सकोले,क्रांतिकारी दमडू ताराम के वंशज पंचम ताराम,क्रांतिकारी जिंदा ताराम के वंशज मुंशी ताराम को शाल,श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर संगठन के द्वारा सम्मानित करते हुये कार्यक्रम में उक्त बिंदुओं पर विचार व्यक्त कर संगठन के द्वारा शासन को पत्र लिखा गया ।

1.सभी शासकीय कार्यक्रमों में आदिवासी क्रांतिकारियों के वंशजों का सम्मान किया जाना चाहिए (26 जनवरी)

2.जिस ग्राम में आदिवासी क्रांतिकारी वंशज निवास करते हैं उस ग्राम के प्रवेश द्वार पर उनका नाम एवं सार्वजनिक स्थान पर क्रांतिकारियों का जीवन परिचय लिखा जाना चाहिए।।

3. क्रांतिकारियों के वंशजों के नाम पर उनके परिवार को जमीन आवंटित किया जाना चाहिए जिस पर केवल वंशजों का परिवार ही उस जमीन का उपयोग कर पाए ।जिसे वे अन्य किसी को भी नामांतरण नही कर सके और ना ही बेच पाए ।।

4. ग्राम कोटवार वंशजों के परिवार को बनाया जाए एवं ग्राम कोटवार को मिलने वाली सेवा भूमि आवंटित किया जाए ।।

5.ग्राम पंचायत भवन के सामने क्रांतिकारियों की प्रतिमा को स्थापित किया जाए।।

निकाली भव्य कलश यात्रा

कार्यक्रम में सर्वप्रथम आदिवासी क्रांतिकारी वीरांगना रानी दुर्गावती की भव्य प्रतिमा पर पूजा अर्चना कर कलश यात्रा निकाली गई जो बड़ादेव स्थान से होती हुई कार्यक्रम स्थल आदिवासी मंगल सामुदायिक भवन बैतूलतक पहुंची, जिसमें बड़ी संख्या में समाज के गणमान्य नागरिक एवं पदाधिकारी मौजूद थे। इस अवसर पर संगठन के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलाबसिंह ठाकुरराष्ट्रीय महासचिव रवि गतखने संगठन संस्थापकों कड़वा मंडलोई प्रदेश अध्यक्ष मध्यप्रदेश रवि खन्ना प्रदेश प्रभारी, मध्यप्रदेश कृष्णा कुमरे प्रदेश सचिव,मध्यप्रदेश रामप्रसाद पारधे*प्रदेश अध्यक्ष  छात्र संगठन,मध्यप्रदेश विजय मसराम ,प्रदेश कार्यालय सचिव, मधयप्रदेश जितेंद्र बिर्ला* आदिवासी क्रांतिकारियों पर आधारित *फिल्म जंगल सत्याग्रह के डायरेक्टर प्रदीप उइके*,*संभाग प्रभारी नर्मदापुरम केनूलाल ऊईके*,*संभाग अध्यक्ष नर्मदापुरम सुनिता उईके*,*संभाग उपाध्यक्ष नर्मदापुरम मुकेश इवने*,*जिलाध्यक्ष बैतूल कुलदीप उईके*,*जिलाध्यक्ष छिंदवाड़ा लक्ष्मण उईके*,*जिलाध्यक्ष हरदा कंचन काजले*,*जिला कोषाध्यक्ष बैतूल कपिल कंगाली*,*छात्र संगठन जिलाध्यक्ष बैतूल दिव्या धुर्वे*,*तहसील अध्यक्ष भीमपुर संतराम धुर्वे*,*तहसील अध्यक्ष आमला भादा कुमार धुर्वे*,*तहसील अध्यक्ष घोड़ाडोंगरी छोटू उइके*,*तहसील अध्यक्ष मुल्ताई रामप्यारी कवचे*,*सुरेश उइके, संतोष धुर्वे,राजेश उईके, सोनू धुर्वे सहित बैतूल जिले के समस्त तहसीलों के अध्यक्ष,उपाध्यक्ष,नारी शक्ति,छात्र संगठन* तथा सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

 

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