खरगोन– आज शासकीय कन्या महाविद्यालय खरगोन में गत दिवस रविवार को संस्था प्राचार्य डॉ. एमके गोखले की अघ्यक्षता में भारतीय भाषा दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम संयोजक डॉ. अनुराधा ठाकुर ने बताया कि यदि भाषा नहीं होती तो क्या होता, हम अपने भावों को कैसे व्यक्त करते, हम कितने लाचार और असमृद्ध होते हम पीढ़ीयों तक अपना ज्ञान कैसे पहुंचा पाते। सभ्यता, संस्कृति परम्परा, पीढ़ीयों से सींचा सीखा गया ज्ञान एक पीढ़ी तक ही समाज हो जाता। भाषा एक माध्यम है, एक पुल है भावों को ज्ञान को हस्तांतरित करने का एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुंचाने का। किसी भी देश की संस्कारों की वाहक है। भाषा हमें राष्ट्रीयता से जोड़ती है। भारत की भाषायी विविधता के लिए कहा जाता है कि कोस-कोस पर बढ़ते पानी चार कोस पर वाणी। बहरहाल भारतीय भाषा दिवस पर भारतीय भाषा उत्सव का आयोजन भारत सरकार, शिक्षा मंत्रालय की भारतीय भाषा समिति की मंशानुसार 11 दिसम्बर 2022 को किया जा रहा है। डॉ. पवन नामदेव ने क्षेत्रीय भाषा कि महत्ता पर प्रकाश डाला। भाषा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए अपनी-भाषा अपना-हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय स्टॉफ से आईक्युएससी प्रभारी डॉ. एमएस सोलंकी, डॉ. अनुराधा ठाकुर, डॉ. पवन नामदेव, प्रो. ममता गोयल, प्रो. गनबाई डावर एवं छात्राऐं उपस्थित थी।