बैड़िया/खरगोन – मांग पत्र में कहा गया है कि प्रदेश के किसानों की समस्याओं के एकमुश्त समाधान के लिए विधानसभा का पृथक से सात दिवसीय सत्र बुलाया जाए। मांग पत्र का वाचन संघ के जिला उपाध्यक्ष नाजिम खान ने किया।
उल्लेखनीय है कि भारतीय किसान संघ ने गुरुवार को मध्यप्रदेश के सभी 230 विधायकों को किसानों की समस्या को लेकर ज्ञापन दिया है। इस तारतम्य में बड़वाह विधायक सचिन बिरला को सौंपे मांग पत्र में कहा गया है कि विशेष विधानसभा सत्र में प्रदेश के किसानों की बिजली,राजस्व,कृषि उपज मंडियों,खाद,बीज,
उर्वरक, ग्रामों के साप्ताहिक हाट बाजार,पशुपालन और वनोपज से जुड़ी समस्याओं के समाधान पर विस्तारपूर्वक विचार किया जाना चाहिए और कारगर निर्णय लिए जाने चाहिए। ताकि किसानों को कृषि कार्य और कृषि उपज के विक्रय में सहूलियत मिल सके। संघ के तहसील अध्यक्ष झबरसिंह पंवार एवं सचिव आनंदराम चौधरी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में किसानों को खेती करने और कृषि उपज को मंडियों में बेचने के दौरान बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में भारतीय किसान संघ की मांग है कि किसानों को निर्धारित मात्रा के अनुसार खाद उपलब्ध कराया जाए,नहरों के किनारे सिंचाई हेतु रखे गए मोटर पंप को स्थायी बिजली कनेक्शन दिए जाएं, बड़वाह और सनावद की कृषि उपज मंडियों का कार्य प्रातः 10 बजे से आरंभ किया जाए। इसके अलावा किसानों ने विधायक से शिकायत की कि सताजना सोसायटी से ग्राम खमलाय के कुछ किसानों को 1900 रु प्रति बोरी की दर से खाद बेचा गया है। जबकि खाद की एक बोरी की कीमत 1200 रुपए है। इसलिए किसानों से अधिक वसूले गए 700 रु वापस दिलाए जाएं।
विधायक ने किसानों की समस्याओं को धैर्य से सुना और कहा कि मैं स्वयं भी किसान का पुत्र हूं और इस नाते किसानों की सभी समस्याओं से अवगत हूं। विधायक ने कहा कि संघ के प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन में जो समस्याएं उठाई हैं,उनका निदान प्राथमिकता के साथ किया जाएगा।
विधायक ने तत्काल खरगोन जिला सहकारी समिति के प्रबंध संचालक आचार्य से मोबाइल पर चर्चा की और किसानों की खाद से जुड़ी सभी समस्याओं के निदान के निर्देश दिए।
इस दौरान भारतीय किसान संघ के प्रांत उपाध्यक्ष रेवाराम भायड़िया,बड़वाह तहसील अध्यक्ष गणपतसिंह पंवार,सचिव अफजल पठान,उपाध्यक्ष प्रवीण परिहार,प्रभु चौहान,रघुराम जी,नारायण चोपड़ा,जयंतीलाल,अजय निकुम, राधेश्याम मुकाती,हरिकरण पटेल उपस्थित थे।