कहते हैं विधि के विधान को कोई नहीं टाल सकता जिसका उदाहरण आज ग्राम बांगरोद मे देखने को मिला।
रतलाम – गांव के 80 वर्षीय बुजुर्ग मांगीलाल पाटीदार चौधरी का रविवार सुबह देहांत हुआ। घर के आंगन से जब उन्हें मुक्तिधाम के लिए ले जाने की तैयारी हो रही थी तभी उनके छोटे पुत्र राधेश्याम पाटीदार को अंतिम दर्शन के लिए लेकर आएं जो पिछले 7-8 माह से कैंसर की बीमारी से ग्रसित थे।
जेसे ही पुत्र राधेश्याम ने बिस्तर से उठकर पिता के अंतिम दर्शन किए उन्हे मन ही मन प्रणाम किया ओर वही अपने प्राण त्याग दिए।
पिता पुत्र का प्रेम ईश्वर का एक संयोग हो सकता हैं लेकिन जब पिता और पुत्र की अर्थी एक साथ उठी तो यह दृश्य देखकर हर किसी की आंखे नम हो गई थी।
मांगीलाल जी को उनके बड़े पुत्र रमेशचंद्र ने व राधेश्याम जी को उनके पुत्र प्रहलाद ने मुक्तेश्वर मुक्तिधाम बांगरोद मे मुखाग्नि दी।
जहां बड़ी संख्या मे उपस्थित ग्रामिणजनो ने दोनो को श्रद्धांजलि अर्पित की।
राधेश्याम जी पाटीदार भाजपा शबरी मंडल अध्यक्ष राकेश पाटीदार के ससुर थे।