Indore News: शहर की ग्रामीण पुलिस महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक्शन में आ गई है। महिला अपराधों को लेकर इंदौर पुलिस एक्शन में है. पुलिस ने महिलाओं, खासकर बच्चों पर बुरी नजर रखने वालों के लिए स्पेशल प्लान बनाया है. पिछले दस सालों की जानकारी के आधार पर .पुलिस एक-एक आरोपी-अपराधी की जानकारी इकट्ठी कर रही है. यह जानकारी पिछले दस सालों की है. इससे पुलिस को काफी मदद मिलेगी.
इंदौर. मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर की पुलिस अपराधियों को लेकर बड़ा काम कर रही है. जिले की देहात पुलिस यौन प्रताड़ना के मामलों में आरोपी रहे लोगों का डाटा तैयार कर रही है. यह डाटा पिछले दस साल का है. इनमें उन अपराधियों पर खासतौर से गौर किया जा रहा है, जो बच्चों की यौन प्रताड़ना में संलिप्त रहे हैं. पुलिस को यकीन है कि इससे महिला सुरक्षा को मजबूती मिलेगी. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उनके विभाग ने पहले ही 11 हजार 259 आरोपियों-अपराधियों का डाटा तैयार कर लिया है. इनमें वे आरोपी भी शामिल हैं, जो आते-जाते महिलाओं पर भद्दे कमेंट करते हैं. पुलिस आरोपियों को घर-घर जाकर भी चेतावनी दे रही है.
नवरात्रि के लिए विशेष तैयारी
इंदौर में 20 से ज्यादा स्थानों पर बड़े स्तर के गरबे होते है। जिसमें हजारों लोग जुटते है। इसके अलावा 200 से ज्यादा आयोजन पूरे 9 दिन होते है। पुलिस विभाग इस दौरान अतिरिक्त सर्तकता बरतेगा। आयोजन स्थलों पर सादी वर्दी में पुलिस जवान तैनात रहेंगे।
पुलिस ने बड़े नवरात्रि पंडालों के बाहर पुलिस तैनात करने की योजना बनाई है। एसपी ने कहा, ‘यह अभ्यास महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए है, खासकर नवरात्रि और अन्य त्योहारों से पहले।’
इंदौर में नवरात्रि उत्सव के माहौल के बीच युवतियों व महिलाअेां की सुरक्षा के लिए कमर कसी है। गरबा पांडालों में आयोजकों को सीसीटीवी कैमरे लगाने को कहा गया है और पर्याप्त संख्या में गार्ड व वालिटियर्स की व्यवस्था करने के लिए भी कहा गया है। इसके अलावा मनचले यदि युवतियों को परेशान करे तो वे उनके फोटो खींच कर पुलिस विभाग को भेज सकती है। पुलिस ने इसक लिए हेल्पलाइन नंबर 7049119202 भी जारी किया है।
पुलिस ने बनाई विषेश रणनीति
पुलिस इन पूर्व दोषियों के घर जा रही है और उन्हें स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दे रही है कि उन पर निगरानी रखी जा रही है। यह स्वीकार करते हुए कि कई यौन अपराध परिवार के सदस्यों या करीबी परिचितों द्वारा किए जाते हैं, पुलिस ने ऐसे परिवारों को संवेदनशील तरीके से संभालने के लिए एक रणनीति विकसित की है।
तैयार किया पूरा डेटाबेस
इस डेटाबेस में, चाहे वे पहली बार अपराधी हों या बार-बार अपराधी हों, प्रत्येक पूर्व दोषी के बारे में व्यापक जानकारी शामिल है, जैसे कि उनके स्थायी और वर्तमान पते, सहयोगी, व्यवसाय, कार्यस्थल, पारिवारिक पृष्ठभूमि, आपराधिक इतिहास और जमानत से संबंधित डिटेल।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस डाटा से फायदा होगा. आरोपी चाहे पहली बार अपराध कर रहा हो या वो आदतन अपराधी हो, उसकी पूरी जानकारी हमारे पास होगी. उसकी परमानेंट एड्रेस, करेंट एड्रेस, उसके संपर्क, उसका काम, उसका आपराधिक रिकॉर्ड, जमानत संबंधी और परिवार की पूरी जानकारी हमारे पास होगी. उन्होंने कहा कि यह डाटा तैयार करके हम इन लोगों एक तरह से पीछा कर रहे हैं. हम उनकी गतिविधियों पर लगाम रहे हैं. हम यह भी कोशिश रहे हैं कि जो आरोपी जमानत पर बाहर हैं, उनकी जमानत रद्द कर दी जाए.