खरगोन – कसरावद के ग्राम बाजिटपुरा सेलानी में जिला स्तरीय साप्ताहिक बिरसा मुंडा जयंती 14 नवंबर को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई जाएगी व सभी गांवों से रैली आएगी। तथा सभा का आयोजन होगा।बैठक में यह निर्णय लिया गया की 14 नवंबर बिरसा मुंडा जयंती पर होने वाले कार्यक्रम को लेकर जिलेभर में प्रचार प्रसार किया जाएगा । इसमे आदिवासी समाज के जनप्रतिनिधि और सदस्य मौजूद रहे। बैठक में आगामी आयोजन के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक के दौरान सर्व आदिवासी समाज संगठन के अध्यक्ष रंजीत सिंह मंडण्लोई ने कहा कि हमें सामाजिक एकता को बनाए रखना है हमें अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना है आदिवासी समाज के मानवीय अधिकारों का संरक्षण उनके जल जंगल जमीन के अधिकार सुरक्षित रहे अस्मिता, आत्म सम्मान, कला संस्कृति व अस्तित्व कायम रहे एवं शिक्षा का प्रचार-प्रसार भी हो। इस और हमें कार्य करना है तथा जयस अध्यक्ष ने भी अपनी बात रखी जिसमें कहा कि आदिवासी खत्म होने की कगार मे है।अब नाचना कूदना बहुत हुआ। अब सरकार से लड़ने की जरूरत है नहीं तो आदिवासियों की मूल संस्कृति, आरक्षण, पारंपरिक रीति रिवाज, आदिवासियों के मालिकाना हक, अधिकार जल जंगल जमीन निजी हाथों में, स्वास्थ्य केंद्र शिक्षा भी निजी हाथों में, और आदिवासियों के अलग-अलग धर्म की खाल पहनाना चालू हो गया, इसलिए हम लोगों को सामाजिक एकता और सामाजिक लड़ाई और सामाजिक ताकत बताने के वह दिन आ चुके हैं।
पैसा कानून व संस्कृति मुद्दों पर हुई चर्चा
आयोजक समिति के अध्यक्ष नितेश अजनारे ने कहा की कार्यक्रम प्रस्तावना, आदिवासी परंपरा एवं संस्कृति, पांचवी छठी अनुसूची, पैसा कानून, वन अधिकार मान्यता कानून एवं जल जंगल जमीन परियोजना व विस्थापन रोजगार एवं पलायन वर्तमान शिक्षा एवं स्वास्थ्य नीति और शिक्षा का निजीकरण वर्तमान में आदिवासी युवाओं के सामने चुनौतियां एवं बेरोजगारी राजनीतिक दलों का आदिवासी समाज के प्रति दृष्टिकोण आदि विषयों पर चिंतन मंथन होगा। गांव पटेल, गांव मुखिया, गांव बारती, गांव सरपंच और जिले के सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।