



संवादाता करण चरोले
खरगोन/मंडलेश्वर – 2 नवंबर बुधवार को बीए प्रथम वर्ष के छात्र छात्राओं ने शासकीय महाविद्यालय मंडलेश्वर के प्राचार्य को कुलपति महोदय देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया गया कि विद्यार्थीगण शासकीय महाविद्यालय मंडलेश्वर के नियमित विद्यार्थी हैं तथा ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत रहते हैं व हमारे माता-पिता द्वारा बमुश्किल मजदूरी आदि का रुपया कमाया जाता होकर हमारे द्वारा शासकीय महाविद्यालय में शिक्षा प्राप्त कर अध्ययन किया जा रहा है तथा हमारे द्वारा पूर्ण निष्ठा ईमानदारी से मेहनत कर परीक्षा बाद अध्ययन कर परीक्षा दी जा रही है
लेकिन जब दिनांक 18 अगस्त 2022 को डीएवीवी की वेबसाइट पर बीए प्रथम वर्ष का परीक्षा परिणाम अपलोड किया गया जिसमें कई विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम में विथहेल्ड व अनुपूरक कुछ विषयों में आया है तथा कई विद्यार्थी ऐसे हैं जो कि कक्षा 12वीं में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए होकर जो पूर्ण लगन से अपने भविष्य बाबत चिंतित होकर मेहनत करते हैं उन विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम भी विथल्ड कुछ विषयों में आया है विद्यार्थी गण ग्रामीण परिवेश के होकर गरीब तबके से हैं तथा जिन विषयों में उन्हें विथेल्ड व अनुपूरक आई है उन विषयों की उत्तर पुस्तिका की पुनः जांच कराई जाए व परीक्षा फॉर्म की फीस देने में असमर्थ है कराए जाए। विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों को उत्तर पुस्तिका जांचने हेतु प्रति पुस्तिका के मान से मेहनताना वेतन फीस आदि दी जाती है जिसमें अधिक से अधिक रुपए प्राप्त करने के उद्देश्य से जल्दबाजी में उत्तर पुस्तिकाओं की जांच की जाती है जिससे प्रतिवर्ष कई विषयों में कई विद्यार्थियों को विथहेल्ड व अनपूरक किया जा रहा है तथा कई अन्य कारण है जिनके कारण भी विद्यार्थियों को विथेल्ड किए जाता है जिस कारण से कई विद्यार्थी गण हताश होकर शिक्षा प्राप्त करना बीच में ही छोड़ देते हैं या उनके परिजनों द्वारा भी निराश होकर शिक्षा से वंचित रखा जाता है तथा कई विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में हो जाता है जिस कारण से बीए प्रथम वर्ष के परीक्षा परिणाम में जिन विद्यार्थियों को जिन जिन विषयों में विथहेल्ड एवं अनुपूरक आई है उन उत्तर पुस्तिकाओं को पुनः निशुल्क जाची जाकर परीक्षा परिणाम घोषित किया जा सके तथा जिससे गरीब मजदूर वर्ग से अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों का भविष्य उज्जवल बनाया जा सके।