महाकाल लोक की तर्ज पर सलकनपुर में बनेगा भव्य देवी लोक,Devi Lok Mahotsav – sehore

सीहोर सलकनपुर न्युज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देवीलोक की आधारशिला रख लोगो को संबोधित किया

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संतों की मौजूदगी में देवीलोक की आधारशिला रखी. सीएम चौहान ने लोगों को संबोधित भी किया, लेकिन उससे पहले यहां देवीलोक मॉडल की थ्री डी फिल्म दिखाई गई. वहीं  कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उपस्थित संतों को नमन किया. इसके बाद सीएम शिवराज ने कहा “बिना सतसंग विवेक न होई, राम कृपा सुलभ न सोई.” सीएम ने रक्तबीज सहांर की कहानी भी सुनाई.

 

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विजयासन देवी से दो वरदान मांगे. पहला ये कि मध्य प्रदेश की धरती पर अत्याचार और अन्याय न हो. वहीं सीएम शिवराज ने दूसरा वरदान ये मांगा कि सज्जनों का उद्धार और दुष्टों का संहार हो. साथ ही सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा “बेटी है तो कल है. बेटी नहीं बचाओगे, तो बहू कहां से लाओगे. मां विजयासन मैया के आशीर्वाद से हमारी सरकार ने लाडली लक्ष्मी योजना औ लाडली बहना योजना शुरुआत की है

 मंदिर का इतिहास

इस मंदिर का इतिहास बहुत ही दिलचस्प हैं। कहा जाता है कि ये मंदिर 300 साल पुराना है। यहां का निर्माण कुछ बंजारों द्वारा करवाया गया था। ये बंजारे पशुओं का व्यापर करते थे। एक दिन वो सभी यहां रुके थे। तभी उनके पशू एकदम से गायब हो गए। जब वह उन्हें ढूंढ़ने निकले तो रस्ते में एक छोटी सी लड़की मिली।

मां विजयासन देवी मंदिर सलकनपुर

बंजारों ने लड़की से कहा की हमारे पशू घूम गए है तो उसने कहा कि यहां माता के स्थान पर मनोकामना मांग सकते हैं। ऐसे में बंजारों ने जवाब देते हुए कहा कि हम नहीं जानते कि यहां पर माता का स्थान कहां पर है। तभी लड़की ने एक पत्थर फेंका और बंजारों को संकेत दिया।

उसके बाद माता के दर्शन उन सभी को हुए। यहां माता की पूजा भी बंजारों ने की। उसके बाद उन्हें अपने गुमे हुए पशू मिल गए। मनोकामना पूरी होने के बाद बंजारों ने यहां पर मंदिर बनवाया था। तब से इस मंदिर की मान्यता काफी ज्यादा है। यहां मांगी गई हर मन्नत पूरी होती हैं

सलकनपुर मंदिर का धार्मिक महत्व 

यह मंदिर 1000 फीट की खड़ी पहाड़ी पर स्थित है। ऐसा माना जाता है कि बिजासन माता के इस मंदिर में जो भी भक्त मनोकामना मानता है वो कभी खाली नहीं जाती। यहां पहाड़ी के ऊपर बिजासन माता अपने दिव्य रूप में विराजमान है।

सलकनपुर मंदिर में माता के दर्शन करने का समय

मंदिर सुबह 6 बजे से रात के 10 बजे तक खुला रहता है। ऐसे में आप कभी भी आ कर यहां दर्शन कर सकते हैं। ये मंदिर भक्तों के लिए खुला रहता हैं। आप यहां सीढ़ियां, रोपवे और वाहन से आ सकते हैं।

: भव्य देवी लोक के निर्माण के लिए 200 करोड़ रुपये से अधिक की कार्य योजना बनाई गई है। इसके साथ ही यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अनेक निर्माण एवं विकास के कार्य कराए जा रहे हैं। देवी लोक के निर्माण के पश्चात धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही इस क्षेत्र में पर्यटन पर आधारित आर्थिक गतिविधियों का भी विस्तार होगा।

देवी लोक में शिव रुप में कलाकार

: चौसठ योगिनी प्लाजा

देवी लोक में 64 योगिनी प्लाजा वृत्ताकार निर्मित किया जाएगा, जिसमें 64 योगिनियों के विभिन्न आयामों को म्यूरल के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा। देवी के विभिन्न स्वरूपों को प्रदर्शित करने की इस कल्पना को मध्यप्रदेश के भेड़ाघाट तथा उड़ीसा के हीरापुर से लिया गया है।

देवी लोक उत्सव में दीपक जलाती मां देवी के स्वरूप में बालिका

: नवदुर्गा कॉरिडोर

मंदिर पहुंचने के पहले माता विजयासन देवी के नौ स्वरूपों को पृथक-पृथक म्यूरल के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। देवी के नौ स्वरूपों को कहानी तथा श्लोक के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा।

 

देवी लोक की अन्य विशेषताएं

मंदिर के मुख्य द्वार के पास सप्त मातृका को मूर्ति तथा म्यूरल आर्ट के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। वेटिंग हॉल के टेरेस पर महाविद्या थीम पर मां काली, तारा, छिन्नमस्ता, सुंदरी, बगुला मातंगी, भुनेश्वरी, सिद्ध विद्या, भैरवी और धूमावती की झांकियां मूर्ति एवं म्यूरल आर्ट के रूप में प्रदर्शित की जाएंगी

श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं

सीढ़ी मार्ग के प्रारंभ में प्रवेश द्वार एवं सरोवर के मध्य एक भक्ति मार्ग के रूप में एक स्थान निर्मित किया जा रहा है, जिसमें श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इसके अलावा विद्युतीकरण इल्यूमिनेशन सुरक्षा की दृष्टि से पिए सिस्टम सीसीटीवी भी लगाए जाएंगे

वर्तमान में विकास एवं सौंदर्यीकरण के कार्य

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा गत वर्ष मई माह में 43 करोड़ रुपये के अनेक विकास एवं निर्माण के कार्यों का भूमि पूजन किया गया था। इनमें अनेक कार्य पूर्ण हो गए हैं।

वर्तमान में पहाड़ी के ऊपर दोपहिया और चार पहिया वाहनों के लिए पृथक-पृथक पार्किंग बनाई गई है। पार्किंग के समीप ही शौचालय भी बनाया गया है। इसके साथ ही ड्राइवर्स डोर मेट्री एवं गार्डरूम भी बनाया गया है, प्रवेश द्वार भी बनाया गया है।

शिव मंदिर का पाथवे निर्मित किया गया है। मंदिर परिसर में गेट ग्रिल स्थापित की गई है तथा वेटिंग एरिया की फ्लोरिंग का कार्य किया गया है।

पहाड़ी के नीचे दो भव्य प्रवेश द्वार बनाए गए हैं। मेला ग्राउंड पर भव्य दीपस्तंभ एवं 102 दुकानों का निर्माण किया गया है।

मेला ग्राउंड पर पेयजल एवं शौचालय बनाए गए हैं। इसके साथ ही सरोवर के विकास एवं सौंदर्यीकरण के कई कार्य किए गए हैं

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