मानव अधिकार सबको पता होना चाहिए ताकि शारीरिक एवं मानसिक शोषण न हो khargon news

खरगोन – शासकीय कन्या महाविद्यालय खरगोन में शनिवार को संस्था प्राचार्य डॉ. एमके गोखले की अध्यक्षीय उदबोधन के साथ मानव अधिकार दिवस कार्यक्रम का आरंभ हुआ। कार्यक्रम की संयोजक डॉ. मनीषा चौहान ने बताया कि सन् 1950 में संयुक्त राष्ट्र परिषद ने विश्व मानव अधिकार दिवस मनाया तथा भारत में 28 सिम्बर 1993 को मानव अधिकार कानून में लाया गया और दिनांक 12 अक्टुबर 1993 राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग का गठन किया गया। लेकिन संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा ने 10 दिसम्बर 1948 के घोषणा पत्र को मान्यता दिये जाने पर 10 दिसम्बर का दिन मानव अधिकार दिवस के रूप में निश्चित किया गया। संयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा परिस्थिति दशा के अनुरूप हर वर्ष एक थीम रखी जाती है। 10 दिसम्बर 2022 को मानव अधिकार दिवस की थीम है ‘‘गरिमा, स्वतंत्रता एवं सभी को न्याय मिले’’। मानव अधिकार वे है जो सभी मानवों को सभ्य बनाता है। हमारे समाज में जीवंत होने का प्रमाण बताता है। आज वर्तमान परिप्रेक्ष्य में मानव की गरिमा को ठेस पहुंचाई जा रही है। आये दिन कुछ ऐसी अप्रिय घटनाऐं घटित हो रही है जो बहुत ही शर्मनाक है। साइबर क्राइम जैसा अपराध आज पाव पशार रहा है। महिलाओं की सुरक्षा संबंधी सरंक्षण प्रदान किये जाये। महिलाऐं आज घर से बहार निकलने पर अपने आप को असुरक्षित महसुस करती है। मानव अधिकार सभी को पता होना चाहिए जिससे कोई भी व्यक्ति किसी का शारीरिक एवं मानसिक शोषण नहीं कर पायेगा। इस अवसर पर महाविद्यालय स्टॉफ से आईक्युएससी प्रभारी डॉ. एमएस सोलंकी, डॉ. अनुराधा ठाकुर, डॉ. पवन नामदेव, प्रो. ममता गोयल, प्रो.गनबाई डावर एवं छात्राऐं उपस्थित थी।

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