उज्जैन। पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के सहायक यंत्री की धनतेरस बिगड़ गई है। लोकायुक्त पुलिस उज्जैन ने उसे कर्मचारी का तबादला करने के काम से 3000 की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
18 अक्टूबर को अरुण चौहान ने लोकायुक्त से इसकी शिकायत की। जिस पर लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा द्वारा उनके द्वारा की गई। शिकायत की जांच की गई। जांच की रिपोर्ट सही पाए जाने के बाद फरियादी अरुण को रिकॉर्डर देकर भेजा गया था।
इस दौरान प्राणेश और अरुण के बीच बातचीत को रिकॉर्ड किया गया। जिसमें रिश्वत की मांग की पुष्टि हुई। वहीं शनिवार को लोकायुक्त निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव और टीम ने पुराने इसको मक्सी रोड स्थित कार्यालय पर तीन हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। उन पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत केस दर्ज किया गया है
लोकायुक्त डीएसपी बसंत श्रीवास्तव ने बताया कि शनिवार को मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड मक्सी रोड के सहायक यंत्री प्राणेश कुमार द्वारा अरुण चौहान से उसका स्थानांतरण विद्युत विभाग के मोहनपुरा ग्रिड से चंदू खेड़ी ग्रिड पर करने के एवज रिश्वत मांगी गई थी।
सौदा 7000 में तय हुआ था। प्रथम किस्त के रुप में 3000 देना तय किया गया था। इसके बाद फरियादी अरुण में लोकायुक्त को इसकी शिकायत की। इस आधार पर शनिवार को जब अरुण चौहान सहायक यंत्री को रिश्वत देने पहुंचा तो लोकायुक्त की टीम ने उसे 3000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।