



सीहोर-मध्यप्रदेश -अगस्त: मध्यप्रदेश में इन दिनों किसानों की हालत बेहद ही खराब नजर आ रही है, जिसके पीछे का कारण लहसुन की कीमतों का न मिलना है। मध्य प्रदेश के सबसे बड़े लहसुन उत्पादक शहरों में शामिल रतलाम, नीमच और इंदौर जैसी मंडियों में लहसुन के थोक भाव 45 पैसे से 1 रुपए प्रति किलो तक चल रहे हैं। यही कारण है कि, लहसुन की कम कीमत मिलने के कारण अब किसानों में गुस्सा नजर आ रहा है। इतना ही नहीं किसानों ने अब मंडियों में लहसुन लाना भी बंद कर दिया है। वहीं इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें किसान अपनी लहसुन पार्वती नदी में फंसते नजर आ रहे हैं। किसान लहसुन के कट्टे नदी में फेंक रहे हैं। वहीं अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
मध्यप्रदेश में होती है अधिक पैदावार
मध्यप्रदेश के मालवा अंचल में लहसुन की सबसे ज्यादा पैदावार होती है। यही कारण है कि, प्रदेश के लहसुन उत्पादक जिलों में मालवा अंचल के रतलाम, मंदसौर, नीमच और इंदौर जैसे जिले शामिल हैं। वहीं अब लगातार गिरते लहसुन के दामों के चलते किसानों की हालत बेहद खराब नजर आ रही है। मंडियों में लहसुन के भाव 45 पैसे से 1 रूपए प्रति किलो तक चल रहे हैं। यही कारण है कि, किसानों को उनकी लागत तक का दाम नहीं मिल पा रहा। उधर, किसान लहसुन के सही दाम ना मिलने से नाराज नजर आ रहे हैं।
इस कारण सही दाम मिलने में दिक्कत
विशेषज्ञों की मानें तो मध्यप्रदेश के मालवा अंचल में किसान बड़े पैमाने पर लहसुन की खेती करते हैं। यही कारण है कि, इस साल लहसुन का बंपर उत्पादन हुआ है। वहीं मौसम खराब होने के चलते लहसुन की गुणवत्ता पर असर पड़ा है। इसी के चलते इस बार लहसुन के सही दाम नहीं मिल पा रहे हैं। मध्यप्रदेश में लहसुन के सही दाम न मिल पाने की दिक्कत प्रदेश के लगभग सभी जिलों में बनी हुई है। यही कारण है कि, किसान अब बेहद परेशान नजर आ रहे हैं, जहां प्रदेश के अलग-अलग जिलों से किसानों के गुस्से की तस्वीर भी निकलकर सामने आ रही है, जो यह बताने के लिए काफी है कि, मध्य प्रदेश में लहसुन के सही दाम न मिलने से किसान परेशान नजर आ रहे हैं।