



संवादाता करण चरोले
खरगोन 13 अक्टूबर 22:- दिवाली का त्योहार नजदीक है, बाजार में मावा की मांग बढ़ गई है. जबकि लंपी के कारण दूध की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. ऐसे में मावा की गुणवत्ता और उससे बनी मिठाइयों को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं. मावा से बनी मिठाइयों पर बाजार में संशय बना हुआ है. लम्पी संक्रमण के कारण दूध की आवक कम हो गई है। त्योहारी सीजन में मावा की खपत बढ़ गई है। इसके बावजूद जिले में मावा की आपूर्ति बराबर हो रही है. त्योहारी सीजन के दौरान जिले में मावा की खपत दो से तीन गुना बढ़ गई है, जबकि दूध की आपूर्ति बराबर नहीं हो रही है. ऐसे में मावा और मिठाई व्यापारियों की मांग को पूरा करने में मिलावटखोरों की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता है।
हर साल दीपावली से एक माह पहले चिकित्सा विभाग मिलावट के खिलाफ अभियान चलाता है। इसमें खाद्य सुरक्षा अधिकारी समेत अन्य विभाग खाद्य सामग्री के सैंपल लेते हैं,
वहीं दीपावली को 10 दिन ही बचे हैं।सनावद नगर में नकली मावा खपाने की कोशिश को जिला प्रशासन के तीन विभागों ने मिलकर नाकामयाब किया है। खरगोन एसडीएम श्री ओमनारायण सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम के निर्देशन में सनावद अनिल लस्सी सेंडर एंड दूध डेयरी से 105 किलो और अजय दूध डेयरी एंड मावा सेंटर से 60 किलो नकली मावा जप्त किया है। सूचना के आधार पर इस कार्यवाही में जप्त मावे की कुल अनुमानित कीमत 46330 रुपये है। कार्यवाही में एएसपी श्री जितेंद्र पंवार, खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री एचएल अवास्या, सनावद तहसीलदार श्री शिवराम बामनिया, नायाब तहसीलदार श्री प्रवीण चांगर की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।