



उज्जैन – उज्जैन 02 दिसम्बर। ग्राम सादबा तहसील तराना के श्री वीरेन्द्र व श्रीमती कविता की बेटी (उम्र 02 वर्ष 08 माह) जन्म से ही कमजोर थी अक्सर खेलने-कूदने के दौरान वह हांफने लग जाता थी। उसका शारीरिक विकास भी नहीं हो रहा था। उसके पिता मजदूरी करते हैं, अतः उन्होंने स्थानीय स्तर पर चिकित्सकों को दिखाया था, जिस पर उनके द्वारा जीवन सिंह को सलाह दी गई थी कि किसी बड़े प्रायवेट अस्पताल में दिखाकर इसका उपचार करवायें। बच्ची की कमजोरी एवं शारीरिक विकास जन्म से ही नहीं हो रहा था। आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं होने के कारण वीरेन्द्र द्वारा हालात से समझौता कर लिया गया एवं सबकुछ ऊपरवाले पर छोड़कर वह अपने काम-धंधे पर चला जाता था।
आरबीएसके कार्यक्रम (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) द्वारा संचालित मोबाईल हेल्थ टीम तराना द्वारा अपने नियमित भ्रमण के दौरान तराना के आंगनवाडी केन्द्र मे बच्चों की जांच एवं स्क्रीनिंग की जा रही थी। यहां पर आंगनवाडी कार्यकर्ता द्वारा ग्राम के बच्चों को आंगनवाडी केन्द्र पर बुलाया गया और आरबीएसके दल द्वारा बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। उक्त जांच के दौरान आरोही को हृदय रोग से संबंधित एवं सांस लेने में तकलीफ होना पाया गया। दल द्वारा आरोही के अभिभावक को समझाईश दी गई एवं आरबीएसके कार्ड बनाकर जिला चिकित्सालय उज्जैन में स्थित जिला शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र में रैफर किया गया एवं अभिभावक को डी.ई.आई.एम. से मिलने की सलाह दी गई। वहां पर अभिभावक की काउन्सिलिग के पश्चात उन्हें शिशु रोग विशेषज्ञ के पास चरक अस्पताल में जांच हेतु भेजा गया। शिशु रोग विशेषज्ञ द्वारा आरोही की जांच (ईको जांच) करने हेतु हायर सेंटर रैफर किया गया।
आरोही के अभिभावकों को जिला शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र उज्जैन में मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के अंतर्गत मान्यता प्राप्त अस्पतालों के बारे मे बताया गया। जिसके बाद अभिभावक की सहमति द्वारा सी.एच.एल. हॉस्पिटल इंदौर में ईको जांच करवाने हेतु भेजा गया। आरोही की समस्त जांचे निःशुल्क की गई। जांच में चिकित्सक द्वारा बताया गया कि आरोही को हार्ट संबंधी बीमारी (दिल में छेद) है, जिसकी जटिल शल्य क्रिया जल्द से जल्द से करवाया जाना होगा, जिसमें अनुमानित व्यय रू 1,50,000/- होना बताया गया जो कि मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजनांतर्गत शामिल है। सी.एच.एल. इन्दौर के चिकित्सक ने यह बताया गया कि बच्चे को गंभीर बीमारी होने के कारण शीघ्र सर्जरी करवाना होगा। उसके पश्चात् डीईआईसी सेंटर मे आरोही की फाईल तैयार कर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा राशि आदेश तैयार करवाया गया। आरोही की सी.एच.एल. हॉस्पिटल इन्दौर में सफल सर्जरी की गई। ऑपरेशन सफल रहा ओर ऑपरेशन पश्चात आरोही को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया। आरोही अब स्वस्थ है। आरोही के ऑपरेशन के बाद आरोही का नियमित रूप से फॉलोअप भी किया जा रहा है।
आरोही के माता-पिता अब बेहद खुश हैं कि उनकी बेटी अब गंभीर स्थिति से दूर होकर सामान्य जीवन जी सकेंगी। वह शासन की महत्वाकांशी योजना का बहुत-बहुत धन्यवाद ज्ञापित करते है, जिसके द्वारा ऑपरेशन का खर्च शासन ने उठाया। ऑपरेशन मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के अन्तर्गत यह निःशुल्क संभव हो सका।
क्रमांक 3135 उज्जैनिया/जोशी