गुणों से परिपूर्ण शरीफा ,सीताफल (Custard apple)असल में है पोषक तत्‍वों का खजाना, जानिए सीताफल(Custard apple) खाने के स्वास्थ्य लाभ

 सीताफल(Custard apple)

हमारे आसपास कई प्रकार के फल पाए जाते हैं, जिनमें से सीताफल भी प्रमुख है। सीताफल का सेवन व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य में होने वाली कई खामियों में कुछ हद तक सुधार कर सकता है, लेकिन यह लेख में बताई जा रही स्वास्थ्य समस्याओं का सटीक उपचार नहीं है। हां, यह आपको बीमार होने से बचा जरूर सकता है। सीताफल से होने वाले संभावित स्वास्थ्य लाभ के बारे में है।

सीताफल क्‍या है? – What is Custard Apple in Hindi

सीताफल एक स्वादिष्ट फल है, जो आसानी से फलों की दुकान में मिल जाएगा। इसकी बाहरी त्वचा हरे रंग की होती है, जो एक आवरण की तरह फल के अंदर मौजूद गूदे को ढककर रखती है। सीताफल को शुगर एप्पल और शरीफा के नाम से भी जाना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम एनोना स्क्वैमोसा (Annona squamosa) है। यह फल जब पक जाता है, तब इसे खाने के इस्तेमाल किया जाता है। सीताफल खाने के फायदे नीचे बताए जा रहा हैं। आप यहां दी गई जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़ें।

 छठ पूजा के अवसर पर अन्‍य फलों के साथ आपने शरीफा या सीताफल भी जरूर देखा होगा। पर क्‍या आप जानती हैं कि सर्दियों का यह मौसमी फल गुणों का भंडार है।छठ पूजा की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।

पूजा की खरीदारी में आपने भी शरीफा अथवा सीताफल को जरूर शामिल किया होगा। सीताफल यानी कस्‍टर्ड एप्‍पल (Custard apple) न सिर्फ सबसे मिठास भरे फलों में से एक है, बल्कि यह सेहत का भी भंडार है। आइए जानते हैं क्‍यों इस मौसम में सीताफल है आपके लिए सबसे सेहत भरा फल।सीताफल जिसे अंग्रेजी में कस्टर्ड एप्पल कहा जाता है, पोषक तत्वों का भंडार और स्वाद में मिठास भरा होता है। देखने मे सीताफल हरे रंग का होता है जिस पर भूरे या काले धब्बे पड़े होते हैं। अंदर से सीताफल में सफेद गूदा और ढेर सारे बीज होते हैं। आमतौर पर सीताफल को स्मूदी, शेक या प्राकृतिक आइस-क्रीम के रूप में सेवन किया जाता है। स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सीताफल (शरीफा) स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है।

क्या हैं वे फायदे जो सीताफल (शरीफे)को स्वास्थ्य  वर्धक बनाते हैं-

1. आपकी आंखों के लिए अच्छा है सीताफल

यदि आप अपनी दृष्टि को बढ़ाने के लिए प्राकृतिक तरीके की तलाश कर रहे हैं, तो सीताफल सबसे अच्छा उपाय है। ये फल विभिन्न आवश्यक विटामिन जैसे विटामिन सी और विटामिन ए से भरपूर होता है, जो आपकी आंखों की रोशनी को बेहतर बनाने में मदद करता हैं।इसके अतिरिक्त सीताफल में राइबोफ्लेविन और विटामिन बी 12 होता है जो फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान का मुकाबला करता है और आपकी आंखों को विभिन्न समस्याओं से बचाता है।

2. पाचन में सुधार करता है सीताफल

ये फल कॉपर और डाइट्री फाइबर से भरपूर होते हैं, ये दोनों ही आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक हैं। सीताफल पेरिस्टलसिस (भोजन की गति) में मदद करके पाचन में लाभदायक होता है। साथ ही, इसमें मौजूद मैग्नीशियम अपच संबंधी समस्याओं को ठीक करने और कब्ज को रोकने में मदद करता है।

3. सभी प्रकार की हीलिंग में मददगार है

विटामिन ए के उच्च स्तर के साथ, सीताफल का गूदा अल्सर और फोड़े के इलाज के लिए एक प्रभावी उपचार है। यह न केवल त्वचा को मॉइस्चराइज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, बल्कि त्वचा की लालिमा और सूजन से भी छुटकारा दिलाता है। यही नहीं इस फल की बाहरी त्वचा मसूड़ों के दर्द और दांतों की सड़न को रोकने में कारगर है।

4. दिल को स्वस्थ बनाए रखता है

सीताफल मैग्नीशियम और पोटेशियम से भरपूर होता है जो दिल को स्वस्थ रखने में मदद करते है। मैग्नीशियम और पोटेशियम हृदय संबंधी बीमारियों को दूर रखते हैं, मांसपेशियों को आराम देते हैं और रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित करने में मददगार है।

इस फल में मौजूद नियासिन और फाइबर रक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, विटामिन बी 6 स्वस्थ हृदय को बनाए रखने के साथ हृदय रोग के जोखिम को कम करता है।

5. कमजोरी दूर करता है

यह फल थकावट और कमजोरी से लड़ने में मदद करने के साथ ऊर्जा के एक त्वरित स्रोत के रूप में कार्य करता है। सीताफल में पोटेशियम होता है, जो मांसपेशियों की कमजोरी को दूर करने में मदद करता है और रक्त की आपूर्ति में सुधार करके थकान को खत्म करता है।

बीमारी में रिकवरी को बढ़ाने के लिए भी सीताफल का इस्तेमाल होता है।

6. गठिया का इलाज में मददगार है सीताफल

शरीफे में मैग्नीशियम की उच्च मात्रा होती है जो शरीर में सामान्य तरल और इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने में मदद करती है। इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण हैं जो जोड़ो की सूजन दूर करते हैं। और गठिया का खतरा कम होता है।

7 स्वस्थ वजन के लिए

अगर कोई अपने वजन से परेशान है, तो इस स्थिति में सीताफल मदद कर सकता है। दरअसल, कम वजन होने का एक कारण यह भी है कि शरीर को जितनी ऊर्जा प्राप्त होती है, उससे कहीं ज्यादा ऊर्जा खर्च होती है। वहीं, सीताफल को एक बेहतर ऊर्जा स्रोत वाले फल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, जो वजन बढ़ाने में मदद कर सकता है । ध्यान रहे कि सीताफल के साथ-साथ अन्य डाइट व नियमित व्यायाम पर ध्यान देना भी जरूरी है

8 अस्थमा के लाभ के लिए

अस्थमा ऐसी मेडिकल कंडीशन है, जो इन्फ्लेमेशन (फेफड़ों के रास्ते में सूजन) के कारण होती है । यहां सीताफल के प्रयोग से कुछ हद तक राहत मिल सकती है। यह एक बेहतरीन एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण वाला फल है । एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, एंटी-इंफ्लेमेटरी क्रिया अस्थमा के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती है । ऐसे में अस्थमा के जोखिम को कम करने के लिए सीताफल का सेवन उपयोगी हो सकता है।

9 कोलेस्ट्रोल को कम करने में

अगर कोलेस्ट्रोल के स्तर में अनावश्यक रूप से बढ़ोत्तरी हो जाए, तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। कोलेस्ट्रोल के स्तर को संतुलित बनाए रखने के लिए सीताफल को इस्तेमाल में ला सकते हैं। दरअसल, इसमें नियासिन विटामिन की मात्रा पाई जाती है । नियासिन विटामिन का सेवन कोलेस्ट्रोल स्तर को संतुलित करके हृदय रोग, स्ट्रोक और हार्ट अटैक से बचाए रखने में लोगों की मदद कर सकता है । ध्यान रहे कि आप कोलेस्ट्रोल की समस्या से पीड़ित हैं, तो घरेलू उपचार के साथ डॉक्टरी उपचार जरूर करवाएं।

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