गोलगप्पे का नशा सब पर छा जाता है, अगर तीखा हो तो मजा आ जाता है त्रिलोक चाट हाउस जिसने अपने स्वाद का जादू कई क्षेत्रों में बिखेरा Ratlam news

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✒️✒️रतलाम से संतोष तलोदिया की रिपोर्ट

रतलामत्रिलोक चाट हाउस जिसने अपने स्वाद का जादू रतलाम के कई क्षेत्रों में बिखेरा जैसे कि रानीजी का मंदिर, धानमंडी, घास बाजार, नोलाई पूरा और अपने चाट की छाप छोड़ी क्षेत्रीय रहवासियों प्रशासन और यातायात की व्यवस्था को देखते हुए इन्हें कई बार परेशानियों का सामना करना पड़ा जिसको देखते हुए अब इन्होंने खुद के निजी स्थान पर पता त्रिलोक चाट हाउस त्रिपोलिया गेट श्री राम मंदिर के पास कई परिवारों के साथ लोगों को सेवा देने के लिए अपनी नई दुकान का उद्घाटन किया अब इनके स्वाद के चाहने वालों की भीड़ अब इनकी दुकान पर देखी जा सकती है

 

आइये आगे और जानते हैं पानी पतासो के बारे में

पानी पूरी नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। यह लोकप्रिय भारतीय शोक है। देश के हर क्षेत्र में यह अलग-अलग नाम से जानी जाती है। मध्यप्रदेश में इसे पानी-पूरी, गुपचुप, पानी-पताशे, पतासी और उत्तर भारत में गोलगप्पे, पूर्वी उत्तर प्रदेश में फुल्की, बंगाल में फुचका, ओडिशा में गुपच्ची कहते हैं। आलू-छोले-प्याज से लबरेज करारी पूरी में मसालेदार खट्टा-मीठा-तीखा पानी भरकर खाने का आनंद ही कुछ अलग होता है। शाम के समय कुछ हल्का खाना हो तो पानी पूरी से बेहतर कुछ हो ही नहीं सकता है। इसकी प्रसिद्धि का अंदाजा शाम होते ही शहर के बाजारों में पानी पूरी के स्टॉल पर लगी भीड़ देखकर ही लगाया जा सकता है। यह हर वर्ग की पसंद होती है, खासकर युवतियां और महिलाएं की। आमतौर पर यह घर पर नहीं बनाई जाती, क्योंकि इसमें काफी मेहनत होती है,

कोलकाता में जिसे पुचका कहा जाता है भोपाल में उसे फुल्की, उत्तर भारत में जिसे गोलगप्पे कहा जाता है उसे मुंबई में पानी पुरी कहा जाता है और स्वाद से भरी यह चटपटी ‘चीज’ इंदौर रतलाम मे पानी पताशे के नाम से प्रसिद्ध है। इसके जितने नाम हैं उतने ही इसके अंदाज। कोई इसे झन्नाटेदार पानी के साथ खाता है तो कोई खट्टी-मीठी चटनी के साथ, कोई दही के साथ तो कोई आलू और छोले के साथ। बात कुछ भी हो पर इन सबमें जो एक बात हर जगह देखी जाती है वह है कितने भी ‘पानी पताशे’ खा लिए जाएं पर बाद में एक पपड़ी तो हर कोई मांगता ही है।

ऐसा शायद ही कोई हो जिसे गोलगप्पे पसंद न हों। भारत के किसी भी शहर में चले जाओ, गोलगप्पे जरूर मिल जाएंगे। हालांकि इनका स्वाद हर जगह अलग ही मिलेगा। वजह है हर जगह के पानी का स्वाद अलग होना और इन्हें बनाने के तरीके में फर्क। कई लोग तो गोलगप्पे के इतने शौकीन होते हैं कि उन्हें यह भी पता होता है कि किसी गली या किस ठेले वाले के गोलगप्पे सबसे ज्यादा स्वादिष्ट होते हैं।

महंगाई के इस दौर में जहाँ पानी पताशे रतलाम में 4 से 5 रु नग तक आ रहे है वही त्रिलोक चाट हॉउस त्रिपोलिया गेट पर RO युक्त पानी से निर्मित पानी पताशे मात्र 10 रु में 6 अलग अलग स्वाद में आपको उपलब्ध करा रहे है ओर वो भी पूर्ण स्वच्छता के साथ हाथों में ग्लब्स सभी पानी मे अलग अलग चम्मच सीधा कहे तो आप रोड पर नही किसी होटल में पानी पताशे खा रहे है ऐसा अनुभव करेंगे साथ ही फूल हाइजेनिक सभी वस्तु घर पर ही निर्मित ताकि स्वाद के साथ शुद्धता भी बनी रहे जहाँ सोयाबीन तेल से निर्मित पताशे जो कि पूर्ण रूप से मशीन से बने है यहां भी स्वक्षता का पुनः ध्यान रखा गया है अमचूर से निर्मित चटनी हाथ से बने देसी मसाले का जायका सीधा कहे तो पूर्ण रूप से स्वच्छ शुद्ध और स्वादिष्ट

वैसे तो त्रिलोक चाट हॉउस की शुरुआत 20 वर्ष पहले हुई थी जब गली मोहल्ले में पानी पताशे की फहरी लगा कर शुरुआत की फिर धीरे धीरे रानी जी के मंदिर के पीछे कई वर्षों तक स्थाई रूप से ठेला गाड़ी पर व्यापार किया फिर 2014 में धानमंडी स्थित त्रिलोक चाट हॉउस रतलाम में पहली बार 6 फ़्लेवर में पानी पताशे लाने वाले संस्थान बनी फिर कुछ महीनों में 10 फ़्लेवर में पानी पताशे 18 महीने बाद दुकान किराए की होने ओर मेंटेनेंस के अभाव में मेन पॉवर की कमी के कारण दुकान बंद हो गईं फिर से एक नई शुरुआत करनी पड़ी फिर ठेलागाड़ी पर 10 फ़्लेवर में पानी पताशे बेचे जगह की कमी होने पर बीच में 3 /4 वर्ष घास बाजार फिर क्षेत्रीय रहवासियों के हटाने पर कुछ महीने नोलाई पूरा में ओर फिर से धानमंडी में रानीजीके के मंदिर पर गाड़ी लगाई पर मन नही लगा बार बार जगह बदलने कि समस्या कब तक क्यो ना घर की दुकान ही खोल ले जहाँ हर व्यक्ति को उच्चतम क्वालिटी से निर्मित मिनिमम मूल्य पर स्वक्ष माहौल में स्वादिष्ट पानी पताशे उपलब्ध कराए ओर ऐसे शुभारंभ हुवा 7 अक्टूबर को त्रिलोक चाट हॉउस त्रिपोलिया गेट रॉड पर हरियाणा गोड़ राम मंदिर के पास

त्रिलोक चाट हॉउस के संचालक त्रिलोक शर्मा बताते है कि उन्होंने शुभारंभ के अवसर पर 5 दिन तक 30 रु मे पर व्यक्ति अनलिमिटेड पानी पतासे खिलाये साथ ही 50 रु में पुनः परिवार को एक छोटी सी शुरुआत आज इन मुकाम तक पहुंचने मे भगवान तुल्य ग्राहकों का ही आशीर्वाद है ओर वो भविष्य में भी यह कोशिश करेंगे कि शुद्ता स्वाद और स्वक्षता के साथ साथ मिनिमम मूल्य बनाये रखे

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