सेन्धा नमक स्वाद भी और स्वास्थ्य भी रोचक जानकारी

सेंधा नमक”

अंत तक पढ़ें लेख

भारत से कैसे गायब कर दिया गया… आप सोच रहे होंगे की ये सेंधा नमक बनता कैसे है ?? आइये आज हम आपको बताते है कि नमक मुख्यत: कितने प्रकार का होता है। एक होता है समुद्री नमक, दूसरा होता है सेंधा नमक “rock salt“सेंधा नमक बनता नहीं है पहले से ही बना बनाया है। पूरे उत्तर भारतीय उपमहाद्वीप में खनिज पत्थर के नमक को ‘सेंधा नमक’ या ‘सैन्धव नमक’, लाहोरी नमक आदि आदि नाम से जाना जाता है जिसका मतलब है ‘सिंध या सिन्धु के इलाक़े से आया हुआ’। वहाँ नमक के बड़े बड़े पहाड़ है सुरंगे है । वहाँ से ये नमक आता है। मोटे मोटे टुकड़ो मे होता है आजकल पीसा हुआ भी आने लगा है यह ह्रदय के लिये उत्तम, दीपन और पाचन मे मदद रूप, त्रिदोष शामक, शीतवीर्य अर्थात ठंडी तासीर वाला, पचने मे हल्का है । इससे पाचक रस बढ़ते हैं। अतः: आप ये समुद्री नमक के चक्कर से बाहर निकले।

सेंधा नमक : खाने में छिड़कें सेहत का स्वाद

खाने कि थाली मे अनोखा स्वाद

खाने में नमक के बिना कोई मास्टर शेफ भी आपके लिए पेट भरने लायक शायद ही कुछ बना सके। पर अगर आप अपनी रोजाना की नमक की खपत को सेंधा नमक से रिप्लेस कर दें को कई सारी बीमारियों से बचे रह सकते हैं। फूड साइंटिस्ट एक मत से समुद्री सोडियम वाले नमक की तुलना में रॉक सॉल्ट या सेंधा नमक को सेहत का सुरक्षा कवच मानते हैं ।काला नमक ,सेंधा नमक प्रयोग करे, क्यूंकि ये प्रकृति का बनाया है, भारत मे 1930 से पहले कोई भी समुद्री नमक नहीं खाता था विदेशी कंपनीयां भारत में नमक के व्यापार मे आज़ादी के पहले से उतरी हुई है , उनके कहने पर ही भारत के अँग्रेजी प्रशासन द्वारा भारत की भोली भाली जनता को आयोडिन मिलाकर समुद्री नमक खिलाया जा रहा है, हुआ ये कि जब ग्लोबलाईसेशन के बाद बहुत सी विदेशी कंपनियों अन्नपूर्णा,कैप्टन कुक ने नमक बेचना शुरू किया तब ये सारा खेल शुरू हुआ ! अब समझिए खेल क्या था ?? खेल ये था कि विदेशी कंपनियो को नमक बेचना है और बहुत मोटा लाभ कमाना है और लूट मचानी है तो पूरे भारत में एक नई बात फैलाई गई कि आयोडीन युक्त नामक खाओ , आयोडीन युक्त नमक खाओ ! आप सबको आयोडीन की कमी हो गई है। ये सेहत के लिए बहुत अच्छा है आदि आदि बातें पूरे देश में प्रायोजित ढंग से फैलाई गई । और जो नमक किसी जमाने में 2 से 3 रूपये किलो में बिकता था । उसकी जगह आयोडीन नमक के नाम पर सीधा भाव पहुँच गया 8 रूपये प्रति किलो और आज तो 20 रूपये को भी पार कर गया है।

दुनिया के 56 देशों ने अतिरिक्त आयोडीन युक्त नमक 40 साल पहले बैन कर दिया अमेरिका में नहीं है जर्मनी मे नहीं है फ्रांस में नहीं ,डेन्मार्क में नहीं , डेन्मार्क की सरकार ने 1956 में आयोडीन युक्त नमक बैन कर दिया क्यों ?? उनकी सरकार ने कहा हमने आयोडीन युक्त नमक खिलाया !(1940 से 1956 तक ) अधिकांश लोग नपुंसक हो गए ! जनसंख्या इतनी कम हो गई कि देश के खत्म होने का खतरा हो गया ! उनके वैज्ञानिकों ने कहा कि आयोडीन युक्त नमक बंद करवाओ तो उन्होने बैन लगाया। और शुरू के दिनों में जब हमारे देश में ये आयोडीन का खेल शुरू हुआ इस देश के बेशर्म नेताओं ने कानून बना दिया कि बिना आयोडीन युक्त नमक भारत में बिक नहीं सकता । वो कुछ समय पूर्व किसी ने कोर्ट में मुकदमा दाखिल किया और ये बैन हटाया गया।

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आज से कुछ वर्ष पहले कोई भी समुद्री नमक नहीं खाता था सब सेंधा नमक ही खाते थे ।

सेंधा नमक के फ़ायदे:- सेंधा नमक के उपयोग से रक्तचाप और बहुत ही गंभीर बीमारियों पर नियन्त्रण रहता है क्योंकि ये अम्लीय नहीं ये क्षारीय है (alkaline) क्षारीय चीज जब अमल मे मिलती है तो वो न्यूटल हो जाता है और रक्त अमलता खत्म होते ही शरीर के 48 रोग ठीक हो जाते हैं, ये नमक शरीर मे पूरी तरह से घुलनशील है । और सेंधा नमक की शुद्धता के कारण आप एक और बात से पहचान सकते हैं कि उपवास ,व्रत में सब सेंधा नमक ही खाते है। तो आप सोचिए जो समुद्री नमक आपके उपवास को अपवित्र कर सकता है वो आपके शरीर के लिए कैसे लाभकारी हो सकता है ??

सेंधा नमक शरीर में 97 पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है ! इन पोषक तत्वों की कमी ना पूरी होने के कारण ही लकवे (paralysis) का अटैक आने का सबसे बडा जोखिम होता है सेंधा नमक के बारे में आयुर्वेद में बोला गया है कि यह आपको इसलिये खाना चाहिए क्योंकि सेंधा नमक वात, पित्त और कफ को दूर करता है।

यह पाचन में सहायक होता है और साथ ही इसमें पोटैशियम और मैग्नीशियम पाया जाता है जो हृदय के लिए लाभकारी होता है। यही नहीं आयुर्वेदिक औषधियों में जैसे लवण भास्कर, पाचन चूर्ण आदि में भी प्रयोग किया जाता है।

समुद्री नमक

समुद्री नमक के भयंकर नुकसान :- ये जो समुद्री नमक है आयुर्वेद के अनुसार ये तो अपने आप में ही बहुत खतरनाक है! क्योंकि कंपनियाँ इसमें अतिरिक्त आयोडीन डाल रही है। अब आयोडीन भी दो तरह का होता है एक तो भगवान का बनाया हुआ जो पहले से नमक में होता है । दूसरा होता है “industrial iodine” ये बहुत ही खतरनाक है। तो समुद्री नमक जो पहले से ही खतरनाक है उसमे कंपनिया अतिरिक्त industrial iodine डाल को पूरे देश को बेच रही है। जिससे बहुत सी गंभीर बीमरियां हम लोगों को आ रही है । ये नमक मानव द्वारा फ़ैक्टरियों में निर्मित है।

आम तौर से उपयोग मे लाये जाने वाले समुद्री नमक से उच्च रक्तचाप (high BP ) ,डाइबिटीज़, आदि गंभीर बीमारियो का भी कारण बनता है । इसका एक कारण ये है कि ये नमक अम्लीय (acidic) होता है । जिससे रक्त अम्लता बढ़ती है और रक्त अमलता बढ्ने से ये सब 48 रोग आते है । ये नमक पानी कभी पूरी तरह नहीं घुलता हीरे (diamond ) की तरह चमकता रहता है इसी प्रकार शरीर के अंदर जाकर भी नहीं घुलता और अंत इसी प्रकार किडनी से भी नहीं निकल पाता और पथरी का भी कारण बनता है ।

रिफाइण्ड नमक में 98% सोडियम क्लोराइड ही है शरीर इसे विजातीय पदार्थ के रुप में रखता है। यह शरीर में घुलता नही है। इस नमक में आयोडीन को बनाये रखने के लिए

Tricalcium Phosphate, Magnesium Carbonate, Sodium Alumino Silicate जैसे रसायन मिलाये जाते हैं जो सीमेंट बनाने में भी इस्तेमाल होते है। विज्ञान के अनुसार यह रसायन शरीर में रक्त वाहिनियों को कड़ा बनाते हैं, जिससे ब्लाक्स बनने की संभावना और आक्सीजन जाने में परेशानी होती है। जोड़ो का दर्द और गठिया, प्रोस्टेट आदि होती है। आयोडीन नमक से पानी की जरुरत ज्यादा होती है, एक ग्राम नमक अपने से 23 गुना अधिक पानी खींचता है। यह पानी कोशिकाओं के पानी को कम करता है, इसी कारण हमें प्यास ज्यादा लगती है।

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आप इस अतिरिक्त आयोडीन युक्त समुद्री नमक खाना छोड़िए और उसकी जगह सेंधा नमक खाइये !! सिर्फ आयोडीन के चक्कर में समुद्री नमक खाना समझदारी नहीं है, क्योंकि जैसा हमने ऊपर बताया आयोडीन हर नमक में होता है सेंधा नमक में भी आयोडीन होता है बस फर्क इतना है इस सेंधा नमक में प्रकृति के द्वारा बनाया आयोडीन होता है इसके इलावा आयोडीन हमें आलू, अरवी के साथ-साथ हरी सब्जियों से भी मिल जाता है..

सेंधा नमक को लेकर आम धारणा है कि इसका इस्तेमाल सिर्फ व्रत में किया जाता है। यह बात काफी हद तक सही भी है, लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि सेंधा नमक के इस्तेमाल को इतना खास क्यों माना गया है? सेंधा नमक में ऐसे कौन-से गुण हैं, जो इसे अन्य प्रकार के नमक से स्पेशल बनाते हैं? ऐसे तमाम सवालों के जवाब और सेंधा नमक के फायदे के बारे में आप स्टाइलक्रेज के इस आर्टिकल में विस्तार से जान पाएंगे। सेंधा नमक सिर्फ हमें स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसे किसी भी बीमारी का इलाज समझना सही नहीं होगा। हां, यह बीमारी के लक्षणों को जरूर कुछ कम करने में मदद कर सकता है। सेंधा नमक के इन तमाम फायदों के बारे में जानने के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

सबसे पहले हम सेंधा नमक की परिभाषा को समझ लेते हैं।

 

सेंधा नमक क्या है? – What is Rock Salt in Hindi

 

सेंधा नमक एक प्रकार का खनिज है, जिसे नमक का शुद्ध रूप माना जा सकता है। सेंधा नमक का उपयोग खाने योग्य बनाने के लिए इसे किसी भी तरह के केमिकल प्रोसेस से नहीं गुजरना पड़ता है। सेंधा नमक को हिमालयन साल्ट, रॉक साल्ट, सिन्धा नमक, सैन्धव नमक, लाहौरी नमक या हैलाइड सोडियम क्लोराइड भी कहा जाता है। सेंधा नमक मराठी में ‘शेंडे लोन’ के नाम से जाना जाता है। सेंधा नमक खाने के फायदे अन्य नमक के मुकाबले सबसे ज्यादा माने गए हैं, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इसमें 90 से अधिक मिनरल्स होते हैं। यह मैग्नीशियम और सल्फर से मिलकर बना है ।

 

नमक के अन्य प्रकारों की तरह ही सेंधा नमक का भी रासायनिक नाम सोडियम क्लोराइड (Nacl) है। इसके रासायनिक सूत्र को पोटैशियम क्लोराइड (kcl) भी कहते हैं। यह रंगहीन या सफेद रंग का हो सकता है, लेकिन जब इसमें अन्य पदार्थों की मौजूदगी हो जाती है, तो इसका रंग हल्का गुलाबी, नीला, जामुनी, पीला, नारंगी या भूरा भी हो सकता

सेंधा नमक किस प्रकार लाभकारी होता है, अब हम उस पर चर्चा करते हैं।

 

सेंधा नमक कैसे काम करता है?

 

सेंधा नमक के गुण कई हैं। अन्य नमक के मुकाबले में इसमें आयरन (आयोडीन) की मात्रा सबसे कम होती है। वहीं, इसके कैल्शियम, पोटैशियम व जिंक जैसे दूसरे गुण कई तरह से शरीर के लिए आवश्यक हो सकते हैं  यह पानी में घुलनशील होता है और पानी के संपर्क में आते ही इसके सभी प्राकृतिक गुण एक्टिव हो जाते हैं। सेंधा नमक खाने के फायदे पानी में डालकर पीने, भोजन में इस्तेमाल करने या नहाने से प्राप्त किए जा सकते हैं। सेंधा नमक का उपयोग करने से ब्लड प्रेशर के उपचार, सर्दी, खांसी, स्किन डिजीज, गठिया या डिप्रेशन जैसे जोखिमों से बचाव किया जा सकता है। साथ ही आपको बता दें कि सेंधा नमक का उपयोग करने से पाचन क्रिया भी मजबूत रहती है। यह कब्ज, अपच, गैस व सीने में जलन जैसी कई बीमारियों के लक्षणों को भी कम करने में मदद कर सकता है । इस सभी फायदों के बारे में लेख में नीचे विस्तार से बताया गया है।

आगे हम सेंधा नमक के फायदे के बारे में बता रहे हैं

 

सेंधा नमक के फायदे –

11 Amazing Rock Salt Benefits in Hindi

 

सेंधा नमक के फायदे और नुकसान दोनों ही हो सकते हैं। बस सेंधा नमक के नुकसान के जोखिम कम करने के लिए इसके इस्तेमाल का तरीका ध्यान रखना चाहिए। सेंधा नमक के फायदे और इसके सही इस्तेमाल से जुड़ी जानकारी हम नीचे विस्तार से बता रहे हैं। बस ध्यान रहे कि सेंधा नमक स्वस्थ रखने में मदद करता है या फिर बीमारी की अवस्था में ठीक होने में मदद कर सकता है। हां, अगर कोई गंभीर रूप से बीमार है, तो मेडिकल ट्रीटमेंट ही सही विकल्प है।

 

1. सेंधा नमक के फायदे कम करें मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या

शरीर में मांसपेशियों व नर्वस सिस्टम के सही प्रकार से काम करने के लिए इलेक्ट्रोलाइट्स की जरूरत होती है। इस इलेक्ट्रोलाइट्स के असंतुलित होने से मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या हो सकती है। ऐसे में सेंधा नमक के इस्तेमाल से इलेक्ट्रोलाइट्स के स्तर को संतुलित किया जा सकता है। एक शोध में कहा भी गया है कि सेंधा नमक में इलेक्ट्रोलाइट्स पर्याप्त मात्रा में होते हैं। अगर किसी को मांसपेशियों में दिक्कत है, तो वह एक टब पानी में सेंधा नमक मिलाकर उसमें कुछ देर बैठ सकता है। इसके अलावा, गुनगुने पानी में थोड़ा-सा सेंधा नमक मिलाकर पीने से भी फायदा हो सकता है ।ध्यान रहे कि इलेक्ट्रोलाइट्स मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या को कम कर सकते हैं, लेकिन इस समस्या को होने से रोक नहीं सकते। इसका जिक्र एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की साइट पर उपलब्ध रिसर्च पेपर में भी किया गया है ।

 

2. पाचन समस्याओं के लिए सेंधा नमक के गुण

पाचन से जुड़ी समस्याओं जैसे- बदहजमी, कब्ज, सीने में जलन, खट्टी डकार व गैस से राहत पाने के लिए भी सेंधा नमक के गुण आजमाएं जा सकते हैं। रॉक साल्ट खनिज और विटामिन्स से भरा होता है, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है । फिलहाल, इस संबंध में और शोध किए जाने की जरूरत है।

 

3. गले में खराश के इलाज के लिए सेंधा नमक

गले कि खराश दुर करता है

मौसम में बदलाव होने या ठंडा-गर्म खाने से सर्दी-जुकाम की समस्या हो सकती है। इसकी वजह से गले में खराश हो सकती है । वहीं, सेंधा नमक में डिकंजेस्टेंट गुण हो सकते हैं, जो गले में फंसे बैक्टीरिया युक्त बलगम को पतला कर उसे शरीर से बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं। साथ ही यह खांसी की समस्या से भी राहत दिला सकता है। गले में खराश की समस्या दूर करने के लिए सेंधा नमक युक्त गुनगुने पानी से गरारे किए जा सकते हैं । इससे कुछ ही दिनों में पीड़ित व्यक्ति को राहत मिल सकती है।

 

4. मसूड़ों के लिए सेंधा नमक के फायदे

मसुडो कि जडो कि ठीक करता है

मसूड़ों से खून आना मसूड़ों की बीमारी की ओर संकेत है। इसके पीछे मुख्य कारण दांतों पर प्लाक का जमना है। अगर मसूड़ों में सूजन, प्लाक जमने या किसी अन्य सामान्य कारण से मसूड़ों से खून आ रहा है, तो इस समस्या को दूर करने के लिए हल्के गुनगुने पानी में सेंधा नमक मिलाकर नियमित तौर पर कुल्ला कर सकते हैं । ऐसा माना जाता है कि सेंधा नमक मुंह में जमा हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट कर सकता है। हालांकि, यह कितना सुरक्षित और फायदेमंद हो सकता है, इसके लिए अपने डेंटिस्ट से पूछ सकते हैं। साथ ही अभी ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है, जिससे पुष्टि हो सके कि सेंधा नमक किस गुण के कारण मुंह को स्वस्थ रखता है।

 

5. मेटाबॉलिज्म बढ़ाने के लिए सेंधा नमक

मेटाबॉलिज्म बढ़ाने मदद करता है

शरीर को फुर्तीला बनाए रखने के लिए मेटाबॉलिज्म सबसे अहम प्रक्रिया होती है। हम जो भी खाते हैं हमारा शरीर उसी से एनर्जी प्राप्त करता है। सभी खाद्य पदार्थों को मेटाबॉलिज्म ही एनर्जी के रूप में शरीर में परिवर्तित कर सकता है। मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने के उपाय के तौर पर सेंधा नमक उपयोगी साबित हो सकता है। इससे शरीर की कार्यप्रणाली में सुधार हो सकता है। सेंधा नमक पाचन तंत्र और आसपास के अंगों में पानी के अवशोषण को बढ़ा सकता है । साथ ही सेंधा नमक में आयोडीन भी होता है और आयोडीन मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाए रखने का काम कर सकता है। इसकी पुष्टि एनसीबीआई की साइट पर उपलब्ध रिसर्च पेपर से होती है ।

 

6. वजन कम करने के लिए सेंधा नमक के फायदे

वजन कम करने मे सहायता करता है

अगर कोई लगातार बढ़ते वजन से परेशान हैं, तो खाने में इस्तेमाल होने वाले नमक की वैरायटी को बदलने पर विचार करना चाहिए। साधारण नमक की जगह सेंधा नमक का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह नमक भूख को कुछ समय के लिए कम करने और फैट बर्न करने में मदद कर सकता है । इससे वजन को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। हालांकि, इसकी कितनी मात्रा लेनी चाहिए, इसके बारे में डॉक्टर की उचित सलाह भी ले सकते हैं।

 

7. स्वस्थ हृदय के लिए सेंधा नमक के गुण

ह्रदय को स्वस्थ रखने कारागार उपाय

फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) के मुताबिक, हृदय के बेहतर स्वास्थ्य के लिए एक वयस्क को प्रतिदिन 1 ग्राम से अधिक और 2.5 ग्राम से कम सोडियम यानी नमक का सेवन करना चाहिए । शरीर में सोडियम के स्तर को संतुलित बनाए रखने के लिए इस मात्रा को उचित माना गया है। इससे अधिक मात्रा में नमक लेने से हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। खासतौर से प्रोसेस्ड फूड्स में सोडियम की मात्रा अधिक होती है। इससे हृदय से जुड़ी कई समस्याएं जैसे – हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ सकता है। ऐसे में न सिर्फ सेंधा नमक का उपयोग करना सही है, बल्कि हर तरह के नमक का सेवन कम से कम मात्रा में करना चाहिए ।

 

8. सिरदर्द और माइग्रेन में सेंधा नमक के फायदे

सिरदर्द और माइग्रेन ठीक करने मे मददगार

आयुर्वेद में सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या दूर करने के लिए हिमालयन साल्ट इस्तेमाल करने की सिफारिश की गई है। डॉक्टर की सिफारिश पर सेंधा नमक युक्त तेल से मालिश करने पर माइग्रेन और सिरदर्द की समस्या से राहत पाई सकती है । हिमालयन नमक की शुद्धता और इसमें पाए जाने वाले खनिज इसे टेबल साल्ट से अलग बना सकते हैं। सेंधा नमक में उचित मात्रा में कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, सोडियम और अन्य खनिज हो सकते हैं। फिलहाल, इस संबंध में अभी और वैज्ञानिक शोध की जरूरत है।

 

9. स्ट्रेस दूर करने के लिए सेंधा नमक के फायदे

3D render showing a character sitting on a word, with head in hands looking stressed.

सेंधा नमक के फायदे में तनाव को कम करना भी शामिल है। इसके लिए साल्ट थेरेपी का इस्तेमाल किया जा सकता है। सॉल्ट थेरेपी की प्रक्रिया अलग-अलग हो सकती है। इसके तहत नमक युक्त पानी से नहाया जा सकता है। इसके अलावा, स्पा के दौरान नमक का इस्तेमाल करने से भी तनाव पैदा करने वाले हार्मोन्स को कम करने में मदद मिल सकती है। इस प्रक्रिया को हेलोथेरेपी (Halotherapy) कहा जाता है । फिलहाल, इस संबंध में और वैज्ञानिक शोध किया जा रहा है।

 

10. हेल्दी स्किन के लिए सेंधा नमक के फायदे

स्वस्थ त्वचा के लिए लाभदायक

सेंधा नमक के क्लींजिंग और डिटॉक्सिफाइंग गुण डेड स्किन सेल्स को एक्सफोलिएट कर स्किन को स्मूद व सॉफ्ट बना सकते हैं। साथ ही यह स्किन को टिश्यू को मजबूत बनाता है, जिससे त्वचा में नयापन बना रह सकता है। इसके लिए स्किन के लिए स्क्रब के तौर पर सेंधा नमक का इस्तेमाल किया जा सकता है ।

 

11. बालों के लिए सेंधा नमक का इस्तेमाल

सेंधा नमक के क्लींजिंग और एक्सफोलिएटिंग गुण स्कैल्प से डेड स्किन सेल्स और गंदगी हटाने में मदद कर सकते हैं। इसके लिए शैंपू में सेंधा नमक मिलाकर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। बालों को धोते समय पानी में सेंधा नमक मिलाया जा सकता है। इसके सुरक्षित इस्तेमाल के लिए एक बार डर्मेटोलॉजिस्ट से उचित परामर्श लेना सही रहेगा।

चलिए, अब जानते हैं कि सेंधा नमक का इस्तेमाल किस-किस प्रकार किया जा सकता है

 

सेंधा नमक का उपयोग –

How to Use Rock Salt in Hindi

 

सेंधा नमक खाने के फायदे तभी नजर आते हैं, जब उसका इस्तेमाल सही प्रकार से किया जाए। सेंधा नमक का उपयोग किस तरह से करना चाहिए, इसके लिए आप नीचे बताई गई बातों पर ध्यान दे सकते हैंः

 

खाने में सेंधा नमक का उपयोगः अगर खाने में सेंधा नमक का उपयोग करना चाहते हैं, तो इसे पके हुए, कच्चे या उबले हुए भोजन में मिलाया जा सकता है, जैसे – दाल, सब्जियां व सलाद आदि। इसके लिए आप अपनी आवश्यकतानुसार इसकी मात्रा ले सकते हैं।पीने के लिए सेंधा नमक का उपयोगः इसे साफ गुनगुने या ठंडे पानी में मिलाकर पी सकते हैं। इसमें आप जरूरत के अनुसार नींबू, शहद या चीनी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।नहाने या थेरिपी के लिए सेंधा नमक का उपयोगः अगर शरीर को आराम देने के लिए या पैरों के दर्द को दूर करने के लिए सेंधा नमक का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो पानी में सेंधा नमक मिला सकते हैं। इसके लिए हमेशा गुनगुने या जितनी गर्माहट सहन कर सकते हैं उतने गर्म पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस पानी से आप नहा सकते हैं या टब में कुछ देर बैठ सकते हैं।स्किन के लिए सेंधा नमक का उपयोगः सेंधा नमक का पेस्ट बनाकर आप स्किन पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। आप चाहें तो सेंधा नमक के पानी के घोल में कॉटन डिप करके भी उससे चेहरे पर लगा सकते हैं।दांतों के लिए सेंधा नमक का उपयोगः टूथपेस्ट या माउथवॉश की तरह भी आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

अब हम सेंधा नमक को सुरक्षित रखने के तरीके पर बात करते हैं।

 

सेंधा नमक लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?

 

सेंधा नमक प्राकृतिक तौर पर एक पत्थर के रूप में मिल सकता है। इसे तोड़कर पाउडर बनाया जाता है। अगर आपके पास सेंधा नमक पत्थर के रूप में है, तो एक बार में सिर्फ उतनी ही मात्रा लें, जितनी आपको इस्तेमाल करनी हो। इसकी कोई एक्सपायरी डेट नहीं होती है। हां, नमी के संपर्क में आने से इसके गुण जरूर नष्ट हो सकते हैं। इसलिए, सेंधा नमक को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए एयर टाइट डिब्बे में बंद करके रख सकते हैं।

और जानकारी के लिए आगे पढे

 

अब जानें आप सेंधा नमक को कहां से खरीद सकते हैं।

 

सेंधा नमक कहां से खरीदें

किराना दुकान

आप अपने घर के नजदीकी किसी भी किराने की दुकान या बाजार से सेंधा नमक खरीद सकते हैं। इसके अलावा, इसे ऑनलाइन भी खरीदा जा सकता है। हालांकि, मार्केट में सेंधा नमक आपको अलग-अलग ब्रांड के मिल सकती हैं, जिस कारण सेंधा नमक की कीमत हर दुकान पर अलग-अलग हो सकती है।

 

आइए, अब सेंधा नमक के नुकसान पर नजर डालें।

 

सेंधा नमक के नुकसान –

Side Effects of Rock Salt in Hindi

 

हालांकि, सेंधा नमक के कई फायदे हैं, लेकिन लंबे समय तक खाने में पूरी तरह से सिर्फ सेंधा नमक का इस्तेमाल करने से सेंधा नमक के नुकसान भी हो सकते हैं। जो इस तरह से हो सकते हैंः

 

सामान्य सफेद नमक के मुकाबले सेंधा नमक में आयरन (आयोडीन) की मात्रा सबसे कम होती है। इसलिए, अगर लंबे समय तक सिर्फ सेंधा नमक का ही इस्तेमाल किया जाए, तो इससे शरीर में आयोडीन की कमी हो सकती है, जो घेंघा रोग का भी कारण बन सकती है।सेंधा नमक की अधिक मात्रा ब्लड प्रेशर के लेवल को हाई कर सकता है।ऐसे लोग जिन्हें एडिमा की समस्या है, उन्हें भी सेंधा नमक का इस्तेमाल सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही करनी चाहिए। सेंधा नमक की अधिक मात्रा सूजन का कारण बन सकती है ।

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